Friday, February 13, 2009

निठारी के नरपिशाच

निठारी कांड के नराधम पंढेर और कोली को सीबीआई कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाकर रिंपा हलदर के साथ साथ उन सभी मासूमों को न्याय दिलाया है, जो इन नरपिशाच के शिकार बने। मासूम बच्चों को हैवानियत का शिकार बनाया गया। उनके शरीर को नोच नोच कर खाया गया। शरीर के टुकडे-टुकडे कर उसे नाली में फेंका गया। निठारी जैसे शर्मनाक हादसे ने दिल दहलाकर रख दिया था। सीबीआई कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाकर इन पिशाचों को काफी आसान मौत दी है, इनके तो उसी प्रकार छोटे छोटे टुकडे कर के जानवरों और गिद्धों को खिला देना चाहिए जिस प्रकार इन्होने ने मासुम बच्चों के जिंदगी के साथ खिलवाड किया। उसी तरह से उनसे भी उनकी जिन्दगी छीन लेनी चाहिए। उम्मीद तो है कि कोई दूसरा ऐसे कांड करने से पहले दस बार सोचे, लेकिन हैवानियत हमेशा अच्छी सोच पर हावी होती है। बस भगवान से यही दुआ है कि , और कोइ पंढेर या कोली पैदा ना हो।

1 comment:

Sudeep Gandhi said...

ह्मैं कुछ दिनों के लिए बाहर चला गया था इस लिए आपके ब्लॉग को देख नहीं सका बेहद सटीक लिखा है। --- सुदीप गाँधी